Ajeeb Aadmi Tha Woh – by NCERT Official
अजीब आदमी था वो…. मोहब्बातों का गीत था बग़ावतों का राग था कभी वो सिर्फ़ फूल था कभी वो सिर्फ़ आग था अजीब आदमी था वो… वो मुफ़लिसों से कहता था कि दिन बदल भी सकते हैं वो जाबिरों से…
अजीब आदमी था वो…. मोहब्बातों का गीत था बग़ावतों का राग था कभी वो सिर्फ़ फूल था कभी वो सिर्फ़ आग था अजीब आदमी था वो… वो मुफ़लिसों से कहता था कि दिन बदल भी सकते हैं वो जाबिरों से…